जानें चंद्र स्वर, सूर्य स्वर और सुषुम्ना नाड़ी का रहस्य |
चंद्र स्वर, सूर्य स्वर और सुषुम्ना नाड़ी किसे कहते हैं? तथा स्वर कैसे बदलें?
चंद्र स्वर: इसे स्त्री प्रधान स्वर भी कहा जाता है क्यूंकि इस स्वर की प्रकृति एक स्त्री की भांति स्थिर, शांति तथा शीतलता प्रदान करने वाली होती है | इस स्वर से हमें अनेको लाभ होते हैं |
सूर्य स्वर: इसे पुरुष प्रधान स्वर भी कहा जाता है | इस स्वर का स्वाभाव पुरुष की भांति ऊर्जावान, साहस तथा पौरुष से भरा होता है | इस स्वर की भी हमारे जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है |
सुषुम्ना नाड़ी: इस स्वर में हम ईश्वर के सबसे निकट होते हैं | इसलिए तपस्वी व् ध्यान-मग्न लोग सुषुम्ना नाड़ी को जागृत करने का प्रयास करते हैं |
यह तीनों स्वर कैसे हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं इसके लिए "स्वर विज्ञान 2" का वीडियो अवश्य देखिये | इस रहस्य को समझ कर आप अपने सम्पूर्ण जीवन को बदल सकते हैं |
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