Saturday, August 8, 2020

स्वर विज्ञान क्या है? इस ज्ञान से कैसे किस्मत को बदला जा सकता है?

स्वर विज्ञान या स्वरोदय विज्ञान क्या है ? 

इसे चमत्कारी विज्ञान क्यों कहते हैं? 

स्वर विज्ञान एक प्राचीनतम भारतीय विद्या है | जिससे बहुत लोग अनभिज्ञ हैं | यह विद्या हमारे ही अंदर निहित है | सिर्फ इसे पहचानने की जरुरत है | और सबसे अच्छी बात यह है की ये विद्या अगर थोड़ा भी प्रयास की जाये तो इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है | इस विद्या का उपयोग हम जीवन पर्यन्त कर सकते हैं | इसे सीखने के लिए आपको किसी मंत्र की आवश्यकता नहीं है |  

इस विद्या के अंदर ईश्वर निहित है | इसमें इतनी शक्ति है की ये आपका जीवन सकारात्मक रूप से बदल सकती है | आप अपने जीवन में सफलता की चरम सीमाओं को चूम सकते हैं | 

यह विद्या हमारे श्वांसो पर आधारित है | क्या अपने कभी सोचा कि ईश्वर ने हमें दो नासिका छिद्र क्यों दिए हैं ? और क्या आपने कभी महसूस किया कि एक समय में सामान्यरूप से हम किसी एक ही नासिका छिद्र का उपयोग करते हैं श्वांस लेने के लिए | वास्तव में इसे स्वर कहा जाता है | या तो हम दांए स्वर या बाएं स्वर या फिर दोनों स्वर का प्रयोग करते हैं | अगर हम अपने स्वर पर नियंत्रण कर सकें और उसे इक्छा अनुरूप चला सकें तो वास्तव में हम अपने जीवन को खुशियां, सफलताएं, समृद्धि एवं सुख से भर सकते हैं | 

दाएं स्वर को सूर्य स्वर, पुरुष स्वर अथवा पिंगला स्वर भी कहा जाता है | बाएं स्वर को चंद्र स्वर, स्त्री स्वर अथवा इड़ा स्वर भी कहा जाता है | मध्य के स्वर को सुषुम्ना स्वर अथवा सुषुम्ना नाड़ी कहा जाता है | 

कैसे ये स्वर विज्ञान हमारे जीवन को बदलने की ताकत रखता है और इसके चमत्कारों के बारे में विस्तृत रूप से जानने के लिए "Swar Vigyan Part 1" video अवश्य देखें | इस विद्या का पूर्ण रूप से लाभ लीजिये क्योंकि ये अनोखी विद्या आपको निःशुल्क प्राप्त हो रही है | और ये आपका जीवन खुशियों से भर देगी | 


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